रविवार, 22 मार्च 2020

कोरोना: देश में 50 साल से कम उम्र की पहली मौत, पटना के 38 साल के शख्स ने तोड़ा दम


पटना में 2 पॉजिटिव केस पाए गए थे जिनमें एक की मौत हो गई जबकि दूसरे का इलाज नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) में चल रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, किडनी फेल होने के चलते शख्स की मौत हो गई. वह मुंगेर का रहने वाला था. दो दिन पहले कतर से लौटने के बाद पटना एम्स में उसका इलाज चल रहा था.




  • पटना में कोरोना के 2 पॉजिटिव केस सामने आए थे

  • इनमें से एक की मौत, जबकि दूसरे का इलाज जारी


बिहार की राजधानी पटना में COVID-19 के एक मरीज की मौत हो गई. यह मरीज कोरोना वायरस का पॉजिटिव बताया जा रहा है. बिहार में इस महामारी से मौत की यह पहली खबर है. यह घटना काफी चौंकाने वाली है क्योंकि मृतक की उम्र 38 साल बताई जा रही है और इस उम्र में कोरोना से मौत की घटना बेहद कम सामने आई है. अब तक की घटनाओं में पता चला है कि 60 साल से ऊपर के लोगों को यह बीमारी अपनी चपेट में ले रही है. मौत वैसे लोगों में देखी जा रही है जो 60 से ऊपर हैं या किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं.


महाराष्ट्र में रविवार को जिस मरीज की मौत हुई उसकी उम्र 63 साल बताई जा रही है जो डायबिटिज, हाइपर टेंशन और दिल का मरीज था. इससे पहले जिस मरीज की मौत हुई थी उसकी उम्र 56 साल थी.


पटना के अस्पताल में जिस व्यक्ति की मौत हुई है वह कतर से आया था. शनिवार सुबह उसकी मौत हुई और शनिवार शाम में रिपोर्ट आई, जिसमें उसके पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई है. मृतक की उम्र 38 साल है. बता दें, पटना में 2 पॉजिटिव केस पाए गए थे, जिनमें एक की मौत हो गई जबकि दूसरे का इलाज नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) में चल रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, किडनी फेल होने के चलते शख्स की मौत हो गई. वह मुंगेर का रहने वाला था. दो दिन पहले कतर से लौटने के बाद पटना एम्स में उसका इलाज चल रहा था. पटना एम्स के डॉ. प्रभात कुमार ने इसकी जानकारी दी.


उधर, कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 14 घंटे की 'जनता कर्फ्यू' के दौरान बिहार के तकरीबन 4500 मंदिरों में ताला लगा दिया गया है. बिहार सरकार ने प्रदेश के सभी मंदिरों में रात 12 बजे के बाद से ही ताला लगाने का आदेश जारी किया है. हालांकि इस दौरान मंदिर के पुजारी पर किसी तरह की पूजा-अर्चना के लिए रोक नहीं है.


सिर्फ आम लोगों के मंदिर में प्रवेश को लेकर मनाही है. बता दें, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार सरकार भी सतर्क हो गई है. पटना में सिटी बसों का परिचालन बंद कर दिया गया है, वहीं अंतरराज्यीय बसों के परिचालन पर भी सरकार ने रोक लगा दी है. अंतरराज्यीय बस सेवा 22 मार्च से 31 मार्च तक ठप रहेगी. परिवहन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. बैंक्वेट हॉल और रेस्टोरेंट्स को भी बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से जनता कर्फ्यू का पालन करने की अपील की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को अपील की है कि 22 मार्च के दिन जनता कर्फ्यू का सभी पालन करें. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि बिहारवासियों से अपील करता हूं कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर रविवार को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक अपने घर से न निकलें.


कोरोना वायरस से पूरे देश में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 28 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ भी हुए हैं. महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा 74 मरीज सामने आए हैं. जनता कर्फ्यू को देखते हुए रेलवे सेवाओं पर 25 मार्च तक रोक लग सकती है जिसे लेकर फिलहाल बैठक चल रही है. कोरोना से लड़ने के लिए रविवार को पूरे देश में जनता कर्फ्यू शुरू लगाया गया है. पूरे देश में सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक स्वैच्छिक कर्फ्यू लगाया गया है. कर्फ्यू के दौरान लोगों के घर से न निकलने की अपील का असर भी दिख रहा है.


अलग-अलग शहरों से सड़कों पर पसरे सन्नाटे की तस्वीरें आ रही हैं. हालांकि जनता कर्फ्यू के दौरान पेट्रोल पंप, मेडिकल शॉप, राशन की दुकानें खुली हैं. मॉल और बाजार पूरी तरह बंद हैं. जनता कर्फ्यू के दौरान भारतीय रेल पर भी ब्रेक लगी है. शनिवार रात 12 बजे से रविवार रात 10 बजे तक ट्रेनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है. मेडिकल स्टाफ समेत सभी लोगों के अभिवादन के लिए रविवार शाम 5 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर ताली बजाने को कहा गया है.




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