महामारी की तरह कोरोना दुनिया में फैल रही है. कोरोना वायरस से प्रभावित 145 देशों में 7 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. भारत में भी कोरोना वायरस के मामले 138 तक पहुंच गए हैं. कोरोना के प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार अलर्ट है और तमाम वो कदम उठा रही है, जिससे कोरोना वायरस नहीं फैले, जिसमें एयरपोर्ट पर यात्रियों की जांच किया जाना भी शामिल है. इसके तहत ही इटली, स्पेन और फ्रांस से आए कोरोना वायरस के संदिग्ध यात्रियों को दिल्ली के द्वारका स्थित कोरोना क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है. इन लोगों ने द्वारका क्वारेंटाइन सेंटर की सुविधाओं पर सवाल खड़े किए हैं और दावा किया कि यहां खाने, पीने और मेडिकल हेल्प की कमी है, हालात बद से बदतर हैं.
द्वारका क्वारेंटाइन सेंटर को लेकर एक महिला ने दावा किया कि यहां प्राथमिक सुविधाओं की भी भारी कमी है. महिला का कहना है कि सुबह के नाश्ते में आधा सेंडविच और लंच में रस्क-बिस्किट खाने को मिले. पीने का पानी करीब चार घंटे के बाद मिला.’ क्वारेंटाइन सेंटर में सुविधाएं ऐसी हैं कि यहां कोरोना वायरस के संदिग्ध लोगों की जांच तक के लिए इंतजाम नहीं हैं.
स्पेन के बार्सिलोना से भारत आईं महिला यात्रा ने बताया कि उनके साथ करीब 42 लोगों को बस से द्वारका क्वारेंटाइन सेंटर लाया गया. इस दौरान बस के दरवाजे-खिड़कियां बंद रहीं, सबके मास्क लगे हुए थे और इस कारण बस में घुटन जैसे हालात बन गए. वो आगे कहती हैं कि क्वारेंटाइन सेंटर में आए हुए कई घंटे बीत गए हैं, लेकिन उनकी जांच तक नहीं हुई है. सेंटर में कोई ठीक से जवाब तक नहीं दे रहा है.
यूरोप से भारत आए 50 यात्रियों के दल के सदस्य ने बताया कि उन्हें द्वारका क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है. यहां लाने से पहले कहा गया था कि साफ-सुथरी व्यवस्था के बीच सिंगल रूम में रखा जाएगा. सेंटर पहुंचते ही कोरोना वायरस का टेस्ट कराया जाएगा. लेकिन यहां पहुंचने पर ऐसा कुछ नहीं हुआ. यहां सुविधाओं के दयनीय स्थिति है. कई घंटे बीत जाने के बाद भी किसी का टेस्ट तक नहीं हुआ है. एक कमरे में 6 से 7 लोगों को रखा गया है. बाथ रूम बंद हैं. अलमारियां मच्छरों से भरी हुई हैं. साथ ही इन अलमारियों में सड़ी हुई सब्जियां रखी हुई हैं. यहां कहीं भी हैंड सैनेटाइजर नहीं हैं.
द्वारका क्वारेंटाइन सेंटर में मौजूद एक अन्य शख्स ने दावा किया कि यहां 200 से 300 सुरक्षा बल तैनात हैं, लेकिन डॉक्टर सिर्फ दो हैं. हमारे दबाव डालने के बाद 4 से 5 डॉक्टर आए हैं. कोई हमारा इलाज नहीं कर रहा है. हमें डॉक्टर्स की जरूरत है. फिलहाल हम सिर्फ दुआ कर सकते हैं. उम्मीद है कि सरकार मदद करेगी.
कोरोना सेंटर की सुविधाओं के बारे में बताते हुए तस्वीर में दिख रहे शख्स का कहा है कि ये तो मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात हैं. यह कोरोना से आइसोलेशन नहीं है जबकि ऐसे तो वायरस को और फैलाया जा रहा है.
इन सभी लोगों ने सुविधाओं, मेडिकल हेल्प और जांच कराए जाने की मांग लेकर द्वारका क्वारेंटाइन सेंटर को पत्र लिखा है. जिसमें इन्होंने लिखा कि सेंटर में मिल रहीं सुविधाएं काफी नहीं हैं. हालात यहां रहने योग्य नहीं हैं. हम यहां नहीं रहना चाहते हैं. इनकी मांगें हैं कि सभी को साफ-सुथरी जगह पर रखा जाए. जल्द सभी के कोरोना संबंधित टेस्ट कराएं जाएं और खाने के लिए सही भोजन दिया जाए. बता दें कि द्वारका के सेक्टर-16बी में स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी फ्लैट्स में कोरोना सेंटर बनाया है.
कोरोना दुनिया में तेजी से फैल रहा है. चीन के बाद कोरोना का सबसे ज्यादा खौफ इटली में है. यहां अब तक 2158 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं ईरान में 900 से ज्यादा लोग कोरोना की वजह से जान गंवा चुके हैं. इसी को देखते हुए एयरपोर्ट पर यात्रियों की कड़ी जांच की जा रही है. वहीं, देश में कोरोना वायरस के मामले 128 तक पहुंच गए हैं. बुरी खबर ये भी है कि कोरोना से तीसरे शख्स की मौत का मामला सामने आया है. मुंबई के अस्पताल में 64 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई है. देश के 15 राज्यों तक कोरोना वायरस फैल चुका है. सबसे ज्यादा 40 मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं. दिल्ली में एक जगह पर 50 से ज्यादा लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी गई है.
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