सरकार ने मांगा लेनदेन का रिकॉर्ड
61 साल पुराने सीपीए को बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
सरकार ने सीपीए को बंद करने से पहले सारे रिकॉर्ड की छानबीन शुरू कर दी है । बताया जा रहा है कि सड़क पार्क बिल्डिंग आदि का भुगतान 3 साल से नहीं हुआ है । इसका भुगतान 500 करोड़ रुपए लगभग है । अफसरों ने इसकी रिपोर्ट बनाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है ।
मुख्यमंत्री ने 20 अगस्त को सीपीए यानी राजधानी परियोजना प्रशासन को बंद करने के निर्देश दिए थे भोपाल की खूबसूरती पर सड़कों में गड्ढे दाग लगा रहे थे इससे नाराज होकर सीएम ने छानबीन समिति गठित कर इसको समाप्त करने की प्रक्रिया करने को कहा था राजधानी परियोजना प्रशासन को बंद करने की अभी कोई तारीख तय नहीं है लेकिन अफसरों ने अपनी तैयारी पूरी शुरू कर दी है। अभी इसका कोई आदेश भी नहीं आया हे।
अब बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या सीपीए को इतनी आसानी से बंद किया जा सकता है क्योंकि उसके पास कई निर्माण कार्य अभी वर्तमान में चल रहे हैं तो फिर इन निर्माण कार्यों का भविष्य क्या होगा और कोरोना काल में जिन ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया उनका हिसाब किताब परियोजना की वित्त शाखा के अफसर रात दिन उनका गुणा भाग करने में व्यस्त हैं ।
भारत- भवन ,शौर्य स्मारक ,टीटी नगर स्टेडियम सतपुड़ा, नई विधानसभा आदि इमारतें सीपीए ने बनाई है। वर्तमान में 132 एकड़ में चिनार पार्क मयूर पार्क एकांत पार्क प्रकाश तरण पुष्कर समेत सात बड़े पार्क सीपीए की देखरेक में है ।
वही 92.5 किलोमीटर की सड़कें हैं । हालांकि कुल सड़कों की तुलना में केवल CPA 8% भी नहीं है ।
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